जन उत्थान न्यूज़ प्रधान संपादक कय्यूम अख़्तर अंसारी
फर्रूखाबादअपर पुलिस महानिदेशक कानपुर जोन आलोक सिंह के निर्देश पुलिस उपमहानिरीक्षक कानपुर रेंज जोगेंद्र कुमार के कुशल पर्यवेक्षण पुलिस अधीक्षक फतेहगढ़ विकास कुमार के मार्गदर्शन अपर पुलिस अधीक्षक डॉ० संजय कुमार सिंह व क्षेत्राधिकारी मोहम्मदाबाद अरुण कुमार के नेतृत्व में थाना नवाबगंज पुलिस द्वारा आवेदिका राधा देवी पत्नी स्व० मुरलीधर निवासी बरतल थाना
नवाबगंज उम्र करीब 70 वर्ष ने दिनांक 22 23 3.2024 की रात्रि समय करीब 12:30 बजे अपने घर में चार व्यक्ति जिसमें एक महिला घर में घुस आए और आवेदिका को अपने कब्जे में लेकर कमरे में रखे हुए बड़े संदूक का ताला खुलवाकर उसमें रखे जेबरात व ₹15000 निकाल कर ले जाने व उक्त लोगों द्वारा वहीं बैठकर 6 क्वार्टर शराब के
पीने के संबंध में सूचना दी जिस पर तत्काल थाना नवाबगंज की पुलिस व उच्च अधिकारी व फील्ड यूनिट टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की गई तो फील्ड यूनिट की मदद से घटनास्थल का सूक्ष्म निरीक्षण किया गया और सभी परिजनों से कड़ाई से पूछताछ की गई तो निम्न संदेहास्पद तथ्य पाए गए जिस बक्से का कुंडा टोडा जाना बताया गया उसके कुंडा वह तोड़े गए ताले पर कोई चिन्ह मौजूद नहीं पाया गया एक ताले के अंदर स्प्रिंग मौजूद नहीं थी जिसमें प्रतीत हो रहा है कि उक्त ताला कबाड़ है शराब की खाली शिशिया पुरानी ब्रांड की थी जिस पर अंकित मूल्य कई वर्ष पुराने थे किसी भी शीशी में एक भी बूंद शराब की नहीं पाई गई जिससे निष्कर्ष निकलता है कि शिशिया कई वर्ष पुरानी है आवेदिका द्वारा हाथ पैर बंधे जाना बताया गया है जबकि उसके मोबाइल की सीडीआर के आधार पर घटना के दौरान कई लोगों से बात होना पाया गया उक्त संदेह के बिंदुओं पर परिजनों से कड़ाई से
पूछताछ की गई तो यह तथ्य प्रकाश में आया कि आवेदिका द्वारा जिन जेबरात को लूटा जाना बताया गया वह जेवराज पहले से उसकी बहू सुनीता के पास सुरक्षित रखे थे जिनको दिखाने पर राधा देवी ने बताया कि यह वही जेवरात हैं जिनको अपने छोटे लड़के की शादी के लिए वापस लेना चाहती थी लेकिन सुनीता देना नहीं चाहती थी राधा देवी के सभी परिजनों ने अपनी मां की गलती स्वीकार करते हुए यह याचिका की उनकी उम्र को ध्यान में रखते हुए उनके विरुद्ध कोई भी कार्रवाई न की जाए और इस संबंध में सभी ने लिखित प्रार्थना पत्र दिया आवेदिका की आयु व पारिवारिक विवाद के दृष्टिगत मानवीय आधार पर उनके विरुद्ध कोई भी विधिक कार्रवाई न करते हुए उनको चेतावनी देकर सभी जेबरात पूर्व की भांति उनकी बहू सुनीता के सुपुर्द किए गए