ब्यूरो चीफ
अर्चना श्रीवास्तव
जेयू न्यूज चैनल
फर्रुखाबाद
फर्रुखाबाद का इतिहास
अंग्रेजी पुस्तक फतेहगढ़ और सन 1857 की क्रांतिकारी श्री सोबरन सिंह वर्मा द्वारा अनूदित
सन 1557 में क्रांति के विस्फोट के समय फतेहगढ़ की सिविल स्टेशन और छावनी विशाल रास्तों से दूर पड़ चुके थे जब आयुक्त और उच्च अधिकारी संगठित थे तथा दुर्गा रक्षक सैन्य दालों के पास सभी प्रकार के अस्त्र मौजूद थे छावनी कानपुर रोड से लेकर कमालगंज तक फैली हुई थी सैनिक अधिकारियों में मजिस्ट्रेट तथा जज शामिल थे तथा दुर्ग रक्षक सैनिकों मैं दसवीं नैटिव बटालियन की इन इन कैन्टी रेजिमेन्ट शामिल थी किले में जानकारी फैक्ट्री के लोग भी थे तथा कपड़ों की एजेंसी उसे स्थान पर थी जहां पर वर्तमान समय में म्युनिसिपल बाग है बढ़पुर और रखा मिशन मिशन्सभी अस्तित्व में थे। तथा अन्य लोगों में नील की खेती करने वाले तथा व्यापारी थे कुछ स्टाफ महाराज दिलीप सिंह का था। जिसे उन्हें इंग्लैंड जाते समय अपनी संपत्ति को देखभाल के लिए छोड़ दिया था। क्रांति विस्फोट के समय स्टेशन में मौजूदा लोगों की संपूर्ण सूची परिशिष्ट ४ मिलेगी।
दसवीं नेटिव नेटिव इन फैक्ट्री का पड़ाव उस स्थान पर था जहां पर आज 19 और 20 बांग्ला नंबर के सामने परेड मैदान है उनके क्वार्टर गार्ड वर्तमान समय के क्वार्टर गार्ड के दिशा में ही पड़ाव से पर्याप्त दूरी पर थे। वर्तमान गिरजाघर के स्थान पर बांग्ला था जिसमें मिस्टर रहते थे जो कपड़ों की एजेंसी में काम करते थे और इसी के पास राज रेजथा यह दोनों संख्या आगामी घटनाओं में थी कर्नल रिमथकी दसवीं नेटिव इन फैक्ट्री के कमांडर थे एक बंगले में थे जो कि वर्तमान ऑफिसर्स मैस के स्थान पर स्थित था।