जन उत्थान न्यूज ब्यूरो चीफ अर्चना श्रीवास्तव
फर्रुखाबाद। राजनीति में कब क्या हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता। इस कहावत को बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने तब सिद्ध कर दिया जब फर्रुखाबाद से छात्र नेता रहे क्रांति पांडे को प्रत्याशी बनाया। बता दें कि काफी दिनों से यह अफवाहें थी कि बसपा को प्रत्याशी नहीं मिल रहा बसपा के पूर्व जिला अध्यक्ष अजय भारती ने बताया कि मायावती ने फर्रुखाबाद से ब्राह्मण प्रत्याशी की
मांग की थी बहन जी के आदेश का पालन करते हुए हम बसपा के सिपाहियों ने बहन जी के मुताबिक ब्राह्मण प्रत्याशी ही दिया,इसलिए समय लग गया। अजय भारती ने यह भी कहा कि देर आए दुरुस्त आए और हमारा प्रत्याशी सबसे भारी है।बसपा से क्रांति पांडे को प्रत्याशी घोषित होने के बाद ही विरोधियों की नींद उड़ी हुई है।हम हमारा संगठन पूरे दमखम के साथ तन मन धन से क्रांति पांडे के साथ है। वही प्रत्याशी क्रांति पांडे ने बताया कि वह पूर्व में पुराने
कांग्रेसी रहे हैं साथ ही साथ छात्र नेता भी रहे हैं।आज बहन जी ने भरोसा जताया है तो उनके भरोसे को जाया नहीं जाने दिया जाएगा,जनता जीत के संसद भेजे।जीत के बाद जनता जनार्दन ही सांसद होगी मैं दबे कुचले मजलूम लोगों की आवाज बनूंगा। फर्रुखाबाद में मायावती की सोशल इंजीनियरिंग के चलते राजनीति में त्रिकोणीय मुकाबला साफ दिखाई पड़ रहा है। फर्रुखाबाद का चुनाव दिलचस्प होगा कौन जीतेगा यह आने वाली 4 जून तय करेगी। बता दे की वर्तमान में बीजेपी सांसद मुकेश राजपूत हैं और इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी नवल किशोर शाक्य व बसपा से क्रांति पांडे मैदान में है।