फर्रूखाबाद एडिटर इलियास अहमद जन उत्थान न्यूज
भारत में जोरदार मंदी का माहौल चल रहा है। मार्केट एकदम सूनसान है, धुमने वाले जोरदार है, परंतु ग्राहकी एकदम नगण्य है। मार्केट में ना ही पेमेंट आ रहा है और ना ही कोई डिमांड निकल रही है। गत एक साल से ऊपर हो गया, दिनों दिन ग्राहकी कमजोर होती जा रही है। दुकानदारों के खर्चे निकलने ही भारी हो रहे हैं। आगे भी लोकसभा चुनावों की वजह से जून महीने तक बाजार चलने की संभावना कम ही है। इस बार ईद भी कमजोर रहने की संभावना है। सावों की सीजन तो दिवाली से ही कमजोर होती जा रही है। महंगाई भी दिनों दिन बढ़ती ही जा रही है।
मार्केट में लोगों की ईएमआई भी निकलनी मुश्किल होती जा रही है, इसके बाद घर खर्च, स्कूल फीस, हाई फाई खर्चे कहां से आदमी वहन करेगा। भारी किराया, स्टाफ खर्चे, इलेक्ट्रिक बिल और बच्चों के ओर भी खर्चे, महिलाओं के भी भारी खर्चे, जीएसटी में भी दुकानदार ऐसा उलझ गया है कि वो काम भी नहीं कर सकता है।
कोरोना के बाद बीमारियों में भी जोरदार खर्च हो रहा है, प्रत्येक घरों में कोई ना कोई बीमार होता है और उस पर बेतहाशा खर्चे भी हो रहे हैं। कोरोना से मरने वालों से ज्यादा वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स की वजह से साइलेंट हार्टअटैक से मरने वालों की तादाद दिनों दिन बढ़ रही है। इसमें युवाओं की मौत ज्यादा हो रही है। ऊपर से अभी हाल ही में पैरालाइज और गले में सूजन, खांसी और अनिद्रा, चिड़चिड़ापन, थकान, बुखार और हाथ – पैरों में जकड़न जैसी बिमारियों की भरमार हो रही है। घर – घर लोग बिमारी की टेंशन में फंसे हुए हैं। भारत में रिकॉर्ड तोड़ मौतों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है।